कोरोना संक्रमण के संभावित तीसरी लहर को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने बड़ा फैसला लिया है जिसके तहत इस साल होने वाले कावड़ यात्रा को राज्य सरकार ने स्थगित कर दिया है। हालांकि इस संबंध में मंगलवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में विचार -विमर्श बैठक आयोजित किया गया। जिसमें कावड़ यात्रा-2021 को स्थगित निर्णय लिया गया है। आपको बता दें कि पिछले साल भी राज्य सरकार ने कावड़ यात्रा को स्थगित कर दिया था।
उत्तराखंड सरकार ने कावड़ यात्रा को स्थगित कर दिया है लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार ने कावड़ यात्रा को स्थगित नहीं किया है। पिछले महीने तत्कालिक तीरथ सरकार ने भी कावड़ यात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया था, लेकिन राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के बाद एक बार फिर से अटकलें लगाई जा रही थी कि कांवड़ यात्रा संचालित की जा सकती है। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अधिकारियों से बातचीत करने के बाद निर्णय लेने की बात कही थी।
मुख्यमंत्री के अनुसार कोविड-19 में जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा सर्वोपरि है ऐसे में कावड़ यात्रा को इस साल भी स्थगित किया गया है। कुल मिलाकर देखें तो, हर साल कावड़ यात्रा के दौरान करोड़ों श्रद्धालु हरिद्वार में गंगा जल लेने आते हैं। जिससे हरिद्वार के व्यापारियों को काफी फायदा पहुंचता है। यही वजह है कि हरिद्वार के व्यापारी राज्य सरकार से कावड़ यात्रा संचालित करने की मांग कर रहे थे। ऐसे में अब एक संशय की स्थिति बरकरार है कि उत्तराखंड सरकार ने तो कावड़ यात्रा को स्थगित कर दिया। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक कावड़ यात्रा को स्थगित नहीं किया है। ऐसे में हरिद्वार में कांवड़ियों की भीड़ को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है।