मेरठ में नौवीं के छात्र की आत्महत्या: मोबाइल पर की गई सर्च से मिले संकेत

क्राइम

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें नौवीं कक्षा के छात्र ने आत्महत्या कर ली। घटना भावनपुर थाना क्षेत्र की गढ़ रोड स्थित एपेक्स कॉलोनी की है। छात्र ने अपनी कनपटी पर देसी तमंचा लगाकर खुद को गोली मार ली। यह घटना शनिवार रात हुई, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया।

गूगल और यूट्यूब पर की गई सर्चिंग

इस घटना से पहले छात्र ने अपने मोबाइल फोन पर ‘मौत के बाद क्या होता है’ जैसे विषयों को गूगल और यूट्यूब पर सर्च किया। यह जानकारी पुलिस को जांच के दौरान मिली। छात्र की इस सर्चिंग ने उसके मानसिक स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना आधुनिक तकनीक के प्रभाव और किशोरों पर इसके असर को उजागर करती है।

परिवार में विवाद बना कारण

छात्र के परिवार ने बताया कि घटना से पहले उसकी मां और बड़े भाई ने उसे डांटा था। परिवार का कहना है कि छात्र बड़े भाई की गलत संगत के कारण परेशान था। इस डांट-फटकार के बाद वह अपने कमरे में चला गया और कुछ ही देर बाद यह घटना घटित हो गई।

पुलिस की जांच और कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने छात्र के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है और उसकी सर्च हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है। साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि छात्र के पास देसी तमंचा कहां से आया। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है।

मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल

इस घटना ने बच्चों और किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल उठाए हैं। किशोरावस्था में माता-पिता और परिवार का सहयोग अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। इस उम्र में बच्चे अक्सर मानसिक और भावनात्मक समस्याओं से जूझते हैं। ऐसे में उनके साथ संवाद बनाए रखना और उनकी समस्याओं को समझना आवश्यक है।

समाज के लिए सबक

मेरठ की इस घटना ने पूरे समाज को आत्मचिंतन करने पर मजबूर कर दिया है। हमें यह समझना होगा कि बच्चों और किशोरों को तकनीक के सही उपयोग की शिक्षा देना और उनके मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना कितना जरूरी है।

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