उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नैनीताल आगमन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाने का प्रयास किया। इस पर मुख्यमंत्री की फ्लीट गुजरने से करीब 15 मिनट पहले फ्लीट गुजरने के स्थान तक पहुंचे करीब 25 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तल्लीताल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अलबत्ता मुख्यमंत्री के शहर से लौटने के बाद सभी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही नगर कांग्रेस अध्यक्ष अनुपम कबडवाल ने प्रदेश में बेरोजगारी व महंगाई के बेतहाशा बढ़ने का आरोप लगाते हुए एवं नगर की पार्किंग समस्या, बढ़े हुए बिजली-पानी के बिलों, ऐतिहासिक रैमजे अस्पताल की कथित अनदेखी एवं जिला विकास प्राधिकरणों की अस्पष्ट स्थिति आदि को लेकर मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने का ऐलान किया था। इस पर कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के नगर में आगमन के प्रस्तावित समय साढ़े 11 बजे से करीब 15 मिनट पहले ही तल्लीताल बाजार स्थित क्रांति चौक पर एकत्र हुए और यहां से एकत्र होकर तल्लीताल डांठ पर पहुंचे, जहां उन्हें तल्लीताल थाना प्रभारी विजय मेहता की अगुवाई में एसआई दीपक बिष्ट सहित मौजूद भारी पुलिस बल ने पकड़कर गाड़ी में डाल दिया। गाड़ी से भी उन्होंने काले झंडे लहराए, अलबत्ता तब तक मुख्यमंत्री की फ्लीट वहां नहीं पहुंची थी। गिरफ्तार किए गए कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नगर अध्यक्ष अनुपम कबडवाल के साथ ही त्रिभुवन फर्त्याल, गिरीश पपनै, हिमांशु पांडे, हेम आर्य आदि प्रमुख रहे। उधर हल्द्वानी में हेमंत साहू के नेतृत्व में बुध पार्क में नैनीताल में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर भाजपा सरकार का पुतला दहन किया गया।