विदेशी पूंजी निकासी से शेयर बाजार में गिरावट
भारतीय शेयर बाजार में लगातार छठे दिन गिरावट देखने को मिली। विदेशी पूंजी की निकासी और व्यापार युद्ध की आशंकाओं के चलते सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 274.56 अंकों की गिरावट के साथ 76,019.04 पर खुला और फिर इसमें और गिरावट आई। इसी तरह, निफ्टी 78.45 अंकों की कमजोरी के साथ 22,993.35 अंक पर कारोबार करता दिखा।
सेंसेक्स और निफ्टी के आंकड़े
सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में ही 645.04 अंक गंवा दिए और 75,668.97 पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 156.40 अंक की गिरावट के साथ 22,915.40 अंक पर आ गया। यह दर्शाता है कि निवेशकों का भरोसा कमजोर पड़ रहा है और वे सतर्क रुख अपना रहे हैं।
एफआईआई की बिकवाली का असर
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 4,486.41 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की। इससे बाजार में नकारात्मकता का माहौल बना हुआ है और निवेशकों में डर बना हुआ है।
अमेरिकी नीतियों का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ प्लान की घोषणा के बाद वैश्विक बाजारों में भी अनिश्चितता का माहौल बन गया है। भारतीय बाजार पर इसका असर साफ देखा जा सकता है, क्योंकि इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका बढ़ गई है।
रुपये में हल्की बढ़त
हालांकि, रुपये ने कुछ राहत दी है। शुरुआती कारोबार में रुपया 26 पैसे की मजबूती के साथ 86.53 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। यह एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन शेयर बाजार पर इसका ज्यादा असर नहीं दिखा।
आगे की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक और घरेलू स्तर पर स्थिरता नहीं आती है, तो बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है। निवेशकों को सतर्कता बरतनी चाहिए और दीर्घकालिक निवेश की रणनीति अपनानी चाहिए