पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़
सोमवार देर रात शामली के झिंझाना क्षेत्र के उदपुर गांव के पास पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ उदपुर के ईंट भट्ठे के पास हुई, जहां दोनों तरफ से काफी देर तक फायरिंग होती रही। मुठभेड़ में मुस्तफा गैंग का प्रमुख अरशद, जो एक लाख रुपये का इनामी था, और उसके तीन साथी मारे गए।
मुठभेड़ की शुरुआत कैसे हुई?
सूत्रों के अनुसार, एसटीएफ मेरठ को मुस्तफा गैंग के बदमाशों की उपस्थिति की जानकारी मिली थी। यह गैंग हत्या, लूटपाट, और रंगदारी जैसे अपराधों में लिप्त था। पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जब बदमाशों को पुलिस की उपस्थिति का आभास हुआ, तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में चारों बदमाशों को ढेर कर दिया।
इंस्पेक्टर घायल, हालत गंभीर
इस मुठभेड़ में इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें गोली लगने के तुरंत बाद प्राथमिक उपचार के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया और बाद में उनकी हालत को गंभीर देखते हुए गुरुग्राम रेफर कर दिया गया।
बदमाशों का इतिहास
मरने वाले बदमाशों में मुख्य रूप से अरशद का नाम सामने आया है, जो मुस्तफा गैंग का सरगना था। यह गैंग पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में सक्रिय था। अरशद पर हत्या, अपहरण, और डकैती जैसे कई गंभीर आरोप थे। उसके सिर पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस की बड़ी सफलता
यह मुठभेड़ पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। एसटीएफ मेरठ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने इस गैंग का सफाया कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने मुठभेड़ में शामिल टीम को बधाई दी और इसे कानून व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
जनता में राहत
इस घटना के बाद स्थानीय जनता ने राहत की सांस ली है। लंबे समय से यह गैंग इलाके में आतंक का पर्याय बना हुआ था। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया