टिहरी गढ़वाल। उत्तराखंड के ठंडे वातावरण में 38वें राष्ट्रीय खेलों का रोमांच देखने को मिलेगा। 28 जनवरी से 14 फरवरी तक आयोजित होने वाले इन खेलों में टिहरी झील, शिवपुरी और टनकपुर जैसे स्थानों पर कयाकिंग, कैनोइंग, रोइंग और राफ्टिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। खिलाड़ियों के लिए ठंड का सामना करना चुनौतीपूर्ण रहेगा, लेकिन इसे खेलों के रोमांच में चार चांद लगाने वाला माना जा रहा है।
गर्म पानी के पूल और सुरक्षा के विशेष इंतजाम
हल्द्वानी के गौलापार स्टेडियम में स्विमिंग पुलों के लिए 16 ऑटोमैटिक हॉट वाटर पंप लगाए गए हैं। वहीं, टिहरी झील में जल खेलों के दौरान खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए विशेष उपकरण और प्रशिक्षित बचाव दल तैनात रहेंगे।
टिहरी झील में कयाकिंग और रोइंग के लिए अलग-अलग लेन बनाई गई हैं। कैनोइंग का सलालम शिवपुरी में और राफ्टिंग का आयोजन टनकपुर में होगा। यह आयोजन खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए रोमांचकारी अनुभव लेकर आएगा।
यूरोपीय मानकों के करीब पहुंचते भारतीय खिलाड़ी
उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन ने खेलों के दौरान खिलाड़ियों को यूरोपीय ठंड के अनुरूप तैयारियां करने का मौका दिया है। टिहरी का मौसम 20-26 डिग्री के बीच रहने की संभावना है, जो खिलाड़ियों के लिए अनुकूल है। भारतीय खिलाड़ी इन खेलों के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
स्थानीय खेल प्रतिभाओं को बड़ा मंच
इस आयोजन से स्थानीय खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा मौका मिलेगा। साथ ही, उत्तराखंड को खेलों के नए केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा। राज्य सरकार ने खिलाड़ियों की सुरक्षा और बेहतरीन अनुभव के लिए सभी आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित किए हैं।
राष्ट्रीय खेलों का यह महाकुंभ न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि राज्य के विकास और पर्यटन को भी नई दिशा देगा।