हरिद्वार के नक्षत्र वाटिका कॉलोनी में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। तीन मंजिला भवन में आग लगने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ। इस घटना ने सुरक्षा उपायों की कमी और प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया।
हादसे की मुख्य बातें
आग की शुरुआत कैसे हुई, इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। शॉर्ट सर्किट को प्राथमिक कारण माना जा रहा है।
तीसरी मंजिल पर फंसे एक युवक ने जान बचाने के लिए छलांग लगाई, लेकिन गंभीर चोटों के चलते उसकी मौत हो गई।
फायर ब्रिगेड और स्थानीय लोगों की मदद
घटना की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। स्थानीय निवासियों ने भी बचाव कार्य में मदद की। हालांकि, तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
प्रशासन पर उठे सवाल
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कॉलोनी में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। दमकल गाड़ियों के देर से पहुंचने ने स्थिति को और खराब कर दिया। प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
भविष्य के लिए सबक
यह घटना बहुमंजिला इमारतों में अग्निशमन उपकरणों और आपातकालीन निकासी की अनिवार्यता को रेखांकित करती है। प्रशासन को इस दिशा में सख्त कदम उठाने चाहिए।
निष्कर्ष
हरिद्वार की इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। यह समय है कि हम सुरक्षा के प्रति जागरूक हों और इस तरह की त्रासदियों से बचने के उपाय करें।