उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल के बेटे पियूष अग्रवाल पर वन विभाग द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह मामला तब प्रकाश में आया जब वन विभाग ने उनके खिलाफ बिना अनुमति पेड़ काटने और जेसीबी मशीन का उपयोग कर अवैध खुदाई करने का मुकदमा दर्ज किया।
बिना अनुमति पेड़ काटने का आरोप
पियूष अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने अपने रिजॉर्ट के लिए जंगल का उपयोग किया और पेड़ों को काटकर पर्यावरण को हानि पहुंचाई। वन विभाग के अनुसार, यह कार्य बिना किसी वैध अनुमति के किया गया। इस प्रकार की गतिविधियां वन्यजीवों और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकती हैं।
अवैध खुदाई और पर्यावरणीय क्षति
वन विभाग ने यह भी आरोप लगाया कि पियूष ने जेसीबी मशीन की मदद से जमीन की खुदाई की, जो कि अवैध है। यह खुदाई न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि स्थानीय वनस्पति और जीव-जंतु की स्थिति को भी बिगाड़ती है।
वन विभाग का कदम
वन विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पियूष अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। विभाग ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक प्रभाव और जनता की प्रतिक्रिया
यह मामला उत्तराखंड में राजनीतिक हलचल पैदा कर चुका है। जनता का कहना है कि यदि प्रभावशाली लोग इस प्रकार के कार्य करेंगे, तो पर्यावरण का संरक्षण कैसे होगा? उन्होंने सरकार से इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।