हल्द्वानी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया पेंटिंग
हल्द्वानी में राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने चित्रकला प्रेम का प्रदर्शन किया। बुधवार को उन्होंने गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का दौरा करने से पहले हल्द्वानी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किए जा रहे सड़क चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण कार्यों का निरीक्षण किया। इसी दौरान उन्होंने एक दीवार पर खुद पेंटिंग कर अपने भीतर के कलाकार को बाहर लाया।
स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत सौंदर्यीकरण का कार्य
हल्द्वानी स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर की सड़कों को चौड़ा करने के साथ-साथ उनके सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस योजना के तहत सड़क किनारे कुमाऊंनी संस्कृति को दर्शाने वाले भित्ति चित्र बनाए जा रहे हैं, जो स्थानीय परंपराओं और जीवनशैली को प्रदर्शित करते हैं। मुख्यमंत्री धामी ने इन चित्रों की सराहना की और इस कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए स्वयं एक दीवार पर पेंटिंग की।
कलाकार सीएम: कुछ पल के लिए जागा चित्रकार
मुख्यमंत्री धामी ने जब भित्ति चित्रों को देखा, तो उनमें चित्रकला के प्रति उत्साह जाग उठा। उन्होंने खुद ब्रश उठाकर एक दीवार पर पेंटिंग बनाई। इस दौरान स्थानीय कलाकारों और अधिकारियों ने उनके इस प्रयास की सराहना की। मुख्यमंत्री का यह नया अंदाज देख वहां मौजूद लोग भी अचंभित रह गए।
स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कला और संस्कृति किसी भी राज्य की पहचान होती है। हल्द्वानी में चल रहे इस सौंदर्यीकरण अभियान के तहत स्थानीय कलाकारों द्वारा किए गए कार्य की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि कुमाऊंनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार की पहल सराहनीय है। उन्होंने स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत और अधिक कला-संबंधी परियोजनाओं को शामिल करने की बात कही।
राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों का जायजा
हल्द्वानी में राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निरीक्षण किया। गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का दौरा करते हुए उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों को सफल बनाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
स्थानीय जनता में उत्साह
मुख्यमंत्री धामी की इस पहल से स्थानीय लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। उनका कहना था कि जब राज्य के मुखिया स्वयं इस तरह की गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं, तो यह समाज के लिए एक प्रेरणा होती है