उत्तराखंड की पहाड़ियां एक बार फिर से सफेद बर्फ की चादर में लिपटी हुई हैं। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, कल शाम 6 बजे से शुरू हुई बर्फबारी ने पूरे राज्य को एक नया रूप दे दिया। देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, और टिहरी जैसे जिलों के साथ-साथ प्रसिद्ध धामों में बर्फबारी का आनंद लिया जा रहा है।
केदारनाथ धाम की अद्भुत छटा
केदारनाथ धाम में सीजन की पहली बर्फबारी ने पूरी नगरी को एक अलौकिक रूप प्रदान किया है। हिमाच्छादित पहाड़ और मंदिर के आसपास की बर्फीली सुंदरता मनमोहक दृश्य प्रस्तुत कर रही है। भक्तों और पर्यटकों के लिए यह दृश्य यादगार बन गया है।
गंगोत्री धाम में बर्फबारी का आगमन
गंगोत्री धाम में कल शाम से शुरू हुई बर्फबारी ने चारों तरफ सफेदी फैला दी है। देवदार के घने जंगल और गंगा नदी के किनारे बर्फ का सौंदर्य देखते ही बनता है। यहाँ की ठंड और बढ़ गई है, जिससे गर्म कपड़ों की मांग भी बढ़ गई है।
यमुनोत्री में जम गए झरने
यमुनोत्री धाम में हुई बर्फबारी के बाद झरने और नदी का पानी जम गया है। यह दृश्य देखने के लिए पर्यटकों का तांता लगना शुरू हो गया है। ठंड का यह दौर यहाँ के स्थानीय निवासियों के लिए एक नई चुनौती लेकर आया है।
बद्रीनाथ धाम: एक जादुई अनुभव
बद्रीनाथ धाम की बर्फबारी के बाद की सुंदरता वाकई मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। हिमाच्छादित चोटियाँ और सफेद बर्फ से ढकी धरती ने धाम की दिव्यता को और बढ़ा दिया है। पर्यटक यहाँ की शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले रहे हैं।
हर्षिल और चकराता की वादियां
उत्तरकाशी जिले का हर्षिल क्षेत्र और चकराता की खूबसूरत वादियां भी इस बर्फबारी से अछूती नहीं रहीं। यहाँ के देवदार के जंगल और पहाड़ पूरी तरह से बर्फ में ढके हुए हैं, जो एक स्वर्गीय दृश्य प्रस्तुत कर रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश और बर्फबारी जारी रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। इस बर्फबारी से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी लाभकारी साबित होगी।