मिनी स्विटजरलैंड में बर्फबारी से यातायात बाधित, हजारों की संख्या में नये साल का जश्न मनाने पहुंचे पर्यटक, बर्फबारी का ले रहे आनंद

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हिमालयी भूभाग सहित सीमांत इलाकों में बर्फबारी और निचले हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी होने से पर्यावरणविद व काश्तकारों के चेहरे खिल उठे हैं। वहीं, तुंगनाथ घाटी के यात्रा पड़ावों पर भी जमकर बर्फबारी होने से मिनी स्विटजरलैंड चोपता-दुगलबिट्टा के मध्य यातायात बाधित हो गया है। घाटी में लगभग तीन दर्जन पर्यटकों के वाहन फंसे हुए हैं। यहां नये साल का जश्न मनाने के लिए हजारों की संख्या में सैलानी पहुंचे हुए हैं।

बता दें कि मदमहेश्वर, तुंगनाथ, चोपता, दुगलबिट्टा, विसुणीताल, मनणामाई तीर्थ, देवरियाताल, वासुकीताल, कार्तिक स्वामी तीर्थ, पांडवसेरा, नन्दीकुण्ड सहित सीमान्त क्षेत्र बर्फबारी से लकदक हो गये हैं। केदारघाटी सहित विभिन्न सीमान्त क्षेत्रों में बर्फबारी होने तथा निचले क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी होने से पर्यावरणविदों व काश्तकारों के चेहरे खिल उठे हैं। मौसम के अनुकूल बर्फबारी होने से प्रकृति का नव श्रृंगार हुआ है। साथ ही काश्तकारों की फसलों में नयी ऊर्जा का संचार हुआ है।

हिमालयी क्षेत्र बर्फबारी से लकदक होने के कारण काश्तकारों के चेहरे खिल उठे हैं तथा बर्फबारी होने से मौसम खुशनुमा बना है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने से काश्तकारों की फसलों को नया जीवन मिला है। तुंगनाथ घाटी में बर्फबारी होने से मिनी स्विटजरलैंड चोपता दुगलबिट्टा के मध्य यातायात बाधित हो गया है तथा तुंगनाथ घाटी के विभिन्न यात्रा पड़ावों पर सैलानियों के तीन दर्जन से अधिक वाहन फंसे हुए हैं।

राजमार्ग व पुलिस प्रशासन की ओर से दुगलबिट्टा-चोपता के मध्य यातायात बहाल करने के प्रयास किये जा रहे हैं। साथ ही बर्फबारी के कारण तुंगनाथ घाटी में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि नये साल का जश्न मनाने को लेकर भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे हैं। पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर पुलिस और वन विभाग को कहा गया है। साथ ही बर्फबारी से बंद मार्ग को खुलवाने के निर्देश दिये गये हैं।

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