कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तेल के बढ़ते दामों को लेकर पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि कीमतें ऐतिहासिक एवं अव्यावहारिक हैं। तेल के बढ़े दाम वापस लिए जाएं और इसका लाभ हमारे मध्यम एवं वेतनभोगी वर्ग, किसानों, गरीबों तक पहुंचाया जाए। सोनिया गांधी ने कहा कि जिस तरह जीडीपी गोता खा रही है और ईंधन के दाम बेतरतीब बढ़ रहे हैं, सरकार अपने आर्थिक कुप्रबंधन का ठीकरा पिछली सरकारों पर फोड़ने में लगी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार लोगों की तकलीफों को बढ़ाकर मुनाफाखोरी कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पत्र की शुरुआत में लिखा, ”मैं यह पत्र आपको आसमान छूती तेल व रसोई गैस की कीमतों से हर नागरिक के लिए उत्पन्न गहन पीड़ा एवं संकट से अवगत कराने के लिए लिख रही हूं। एक ओर, भारत में रोजगार खत्म हो रहा है, कर्मचारियों का वेतन घटाया जा रहा है और घरेलू आय निरंतर कम हो रही है। तेजी से बढ़ती महंगाई और घरेलू सामान एवं हर आवश्यक वस्तु की कीमत में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी ने इन चुनौतियों को और अधिक गंभीर बना दिया है। खेद इस बात का है कि संकट के इस समय में भी भारत सरकार लोगों के कष्ट व पीड़ा दूर करने की बजाय उनकी तकलीफ बढ़ाकर मुनाफाखोरी कर रही है।”
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज 13वें दिन राहत मिली है। आज कीमतों में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई है। कल शनिवार को दिल्ली में पेट्रोल 39 पैसे प्रति लीटर चढ़ कर 90.58 रुपये पर चला गया था। डीजल भी 37 पैसे का छलांग लगा कर 80.97 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। आज दिल्ली में पेट्रोल का रेट 90.58 रुपये और डीजल का भाव 80.97 रुपये है।