ऑनलाइन गेमिंग की लत और नाबालिगों की सुरक्षा

उत्तराखंड

देहरादून की दो नाबालिग लड़कियां ‘फ्री फायर’ खेलते-खेलते हुईं लापता, पंजाब से हुई बरामद

देहरादून के विकासनगर में दो नाबालिग लड़कियां अचानक गायब हो गईं, जिससे परिवार वालों में हड़कंप मच गया। जांच के दौरान सामने आया कि दोनों लड़कियां ऑनलाइन गेम ‘फ्री फायर’ खेलते हुए एक अनजान लड़के के संपर्क में आई थीं और उसी से मिलने के लिए घर से भाग निकलीं। पुलिस ने कई प्रयासों के बाद उन्हें पंजाब के एक बस स्टैंड से बरामद किया।

मामले की शुरुआत

विकासनगर निवासी एक व्यक्ति ने 2 फरवरी को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी 13 वर्षीय भतीजी और पड़ोस में रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी घर से लापता हैं। परिवारवालों ने उन्हें हरसंभव जगह तलाश किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।

जांच में पुलिस को मिली अहम जानकारी

जांच के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से दोनों लड़कियों की लोकेशन हरियाणा और पंजाब में पाई। पुलिस ने कई जगह तलाशी अभियान चलाया और अंततः उन्हें पंजाब के राजपुर स्थित एक बस स्टैंड पर पकड़ लिया।

ऑनलाइन गेमिंग के कारण हुई थी दोस्ती

लड़कियों ने बताया कि वे ऑनलाइन गेम ‘फ्री फायर’ के माध्यम से एक अज्ञात लड़के के संपर्क में आई थीं। धीरे-धीरे दोनों लड़कियों और उस लड़के के बीच बातचीत बढ़ी और उन्होंने उससे मिलने का फैसला कर लिया। इसी कारण वे घर से भाग गईं।

ऑनलाइन गेमिंग का खतरा और सतर्कता की जरूरत

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि ऑनलाइन गेमिंग किस प्रकार नाबालिगों को गुमराह कर सकता है। माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें और सुनिश्चित करें कि वे किसी अनजान व्यक्ति के प्रभाव में न आएं।

परिवार को सौंपे गए नाबालिग

पुलिस ने लड़कियों को सुरक्षित बरामद कर लिया और उनके परिवार को सौंप दिया। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि लड़कियां किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं थीं

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