दिल्ली में 2025 के विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है। आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिस पर पुलिस को पानी की बौछार करनी पड़ी।
1. भाजपा का विरोध प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई
अरविंद केजरीवाल के विवादित बयान के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने रैली निकालते हुए मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री पर अभद्र टिप्पणियों का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बयान से जनता की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। हालांकि, भाजपा नेताओं ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताते हुए कहा कि सरकार विरोध के सुर दबाने की कोशिश कर रही है।
2. आम आदमी पार्टी का भाजपा पर पलटवार
आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वह चुनाव में बाधा डालने और मतदाताओं को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, “भाजपा जनता के मुद्दों पर बात करने के बजाय झूठे आरोप लगाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। भाजपा खुद जानती है कि वह दिल्ली में हारने वाली है।”
पार्टी ने यह भी दावा किया कि भाजपा सिर्फ दिल्ली में वोट काटने का काम कर रही है और जनता इसे समझ चुकी है।
3. चुनाव की तैयारियों में जुटी पार्टियां
दिल्ली में चुनाव प्रचार तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा सत्तारूढ़ पार्टी की नीतियों पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस भी इस बार चुनाव में मजबूती से वापसी की उम्मीद कर रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि इस बार का चुनाव त्रिकोणीय मुकाबले में बदल सकता है। सभी दल अपने-अपने वादों और मुद्दों के साथ मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।
4. जनता की राय और भविष्य की उम्मीदें
चुनाव के माहौल में जनता की राय भी बंटी हुई नजर आ रही है। कुछ मतदाता आम आदमी पार्टी की योजनाओं से संतुष्ट हैं, तो कुछ भाजपा की नीतियों को बेहतर मानते हैं।
दिल्ली के युवाओं और महिलाओं का कहना है कि उन्हें इस बार रोजगार और सुरक्षा के मुद्दे पर स्पष्ट जवाब चाहिए। बुजुर्ग मतदाता स्वास्थ्य सेवाओं और पेंशन योजनाओं पर जोर दे रहे हैं।
निष्कर्ष
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल गरमा गया है। आरोप-प्रत्यारोप और विरोध प्रदर्शन ने चुनावी जंग को और दिलचस्प बना दिया है। अरविंद केजरीवाल के बयान और भाजपा के विरोध प्रदर्शन ने जहां राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी हैं, वहीं आम जनता विकास और मूलभूत सुविधाओं के मुद्दों पर अपना प्रतिनिधि चुनने को तैयार है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि किस पार्टी का प्रचार अभियान जनता को ज्यादा प्रभावित कर पाता है।