समाज सेवा की अनूठी मिसाल बने संदीप ग्रेवाल

उत्तराखंड

कनाडा में बसे एनआरआई ने 21 निर्धन कन्याओं का करवाया सामूहिक विवाह

समाज सेवा का जज़्बा जब दिल से आता है, तो इंसान सीमाओं को पार कर अपने देश और समाज की भलाई के लिए तत्पर रहता है। ऐसा ही एक उदाहरण उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में देखने को मिला, जहां 25 साल पहले गांव छोड़कर कनाडा में बस चुके संदीप ग्रेवाल ने 21 गरीब बेटियों का सामूहिक विवाह करवाया और उन्हें गृहस्थी का सामान देकर उनके नए जीवन की शुरुआत को आसान बनाया।

सिख परंपरा के अनुसार विवाह समारोह

मंगलवार को गुरुद्वारा हर गोविंद सिंह साहिब में यह भव्य विवाह समारोह आयोजित किया गया। संदीप सिंह ग्रेवाल ने स्वयं वहां पहुंचकर गरीब परिवारों की कन्याओं की शादी करवाई। इन नवविवाहित जोड़ों को उपहारस्वरूप दान-दहेज और घरेलू सामान भेंट किया गया। विवाह सिख परंपरा के अनुसार संपन्न हुआ और गुरुद्वारे में अखंड पाठ का आयोजन भी किया गया।

गरीब छात्रों को मिली शिक्षा की सौगात

सिर्फ निर्धन कन्याओं के विवाह ही नहीं, संदीप ग्रेवाल ने छह गरीब छात्रों को गोद भी लिया और उनकी शिक्षा का संपूर्ण खर्च उठाने का वचन दिया। उन्होंने लगभग तीन लाख साठ हजार रुपये की स्कूल फीस जमा करवाई, जिससे निजी स्कूल में इन बच्चों का दाखिला संभव हो पाया। उनका यह योगदान उन छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में सहायक सिद्ध होगा।

गांव के लिए बनी मिसाल

ग्रामीणों का कहना है कि संदीप ग्रेवाल आज भी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं। वे समय-समय पर गांव आते हैं और लोगों की जरूरतों का ध्यान रखते हैं। उनके इस योगदान से गांव में हर्ष का माहौल है और लोग उनकी इस सेवा भावना की प्रशंसा कर रहे हैं।

संदीप ग्रेवाल जैसे व्यक्तित्व समाज में प्रेरणा के स्रोत बनते हैं। विदेश में रहने के बावजूद अपनी जन्मभूमि से प्रेम और सेवा का यह जज्बा उन्हें सच्चा मानवता का प्रहरी बनाता है।

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