कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के एक विवादित बयान को लेकर राजनीति गरमा गई है। राहुल के दक्षिण भारत और उत्तर भारत की तुलना करने वाले बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। अमेठी की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें एहसान फरामोश बताया है। स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल जिस उत्तर भारत पर सवाल खड़े कर रहे हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि सोनिया गांधी भी यहां से ही सांसद हैं।
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने गांधी परिवार पर निशाना साधा। स्मृति ने कहा कि अगर उत्तर भारत के लोगों के प्रति हीन भावना है, तो ये उत्तर भारत में क्यों राजनीति कर रही हैं। प्रियंका वाड्रा ने अभी तक राहुल के बयान का खंडन क्यों नहीं किया। अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी ने कहा कि गांधी परिवार जब फिर से अमेठी लौटेगा, तो उन्हें इस बात का जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिस उत्तर भारत का अपमान कर रहे हैं, वो भूल रहे हैं कि उसी इलाके से उनकी माता सोनिया गांधी भी सांसद हैं, ऐसे में राहुल गांधी ने जो बात कही, वो माफ करने लायक ही नहीं है।इससे पहले, स्मृति ने राहुल के बयान पर ट्वीट कर हमला बोला था।
राहुल गांधी ने त्रिवेंद्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि मैं 15 साल तक उत्तर भारत में सांसद था। मुझे एक अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी। मेरे लिए केरल आना बेहद नया था क्योंकि मुझे अचानक लगा कि यहां के लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं और जमीनी तौर पर मुद्दों के विस्तार में जाने वाले है। राहुल गांधी के इस बयान स्मृति ईरानी ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट पर करके लिखा, ”एहसान फरामोश! इनके बारे में तो दुनिया कहती है- थोथा चना बाजे घना।”
स्मृति ईरानी ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि यह अमेठी जनता का अपमान है। अमेठी की जनता मेरा परिवार है और मेरे परिवार का अपमान करके माफी से काम नहीं चलता। उन्होंने कहा कि जब गांधी परिवार अमेठी आएगा, तब उन्हें अमेठी की जनता अपने अपमान का करारा जवाब देगी। उन्होंने कि राहुल गांधी को अमेठी की जनता ने नकार दिया, तो वे वायनायड पहुंचे और वहां पहुंच कर अमेठी की जनता का अपमान कर रहे हैं।
बता दें कि ईरानी ने पिछले आम चुनाव में गांधी को उनके पारिवारिक गढ़ माने जाने वाली अमेठी में हराया था, लेकिन वह केरल में वायनाड से जीत गए थे। वह वायनाड से भी चुनाव लड़े थे।