भारतीय रेलवे की सोमवार से 35 लोकल ट्रेनें एक्सप्रेस बनकर पटरी पर लौटींगी। हालांकि ज्यादा किराये की वजह से पहले दिन ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कम रही। यात्रियों ने ट्रेनों की संख्या बढ़ाने और पहले की तरह लोकल ट्रेन का किराया लेने की मांग की है। उत्तर रेलवे ने 35 लोकल ट्रेनों को एक्सप्रेस का दर्जा देकर चलाने की घोषणा की है। इनमें से 11 दिल्ली की हैं। इन सभी ट्रेनों में ईएमयू, एमईएमयू, डीएमयू और पैसेंजर ट्रेन के कोच लगाए गए हैं। ठहराव भी लोकल ट्रेनों की तरह है, लेकिन यात्रियों को एक्सप्रेस का किराया देना पड़ रहा है।
इससे सबसे ज्यादा परेशानी कम दूरी वाले यात्रियों को हो रही है। कोरोना काल से पहले लोकल ट्रेन में नई दिल्ली से गाजियाबाद के लिए मात्र दस रुपये किराया देना होता था। अब 30 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। इसी तरह से नई दिल्ली से शकूरबस्ती और किशनगंज रेलवे स्टेशन पर जाने के लिए भी यात्रियों 30 रुपये देने पड़ रहे
इन ट्रेनों का परिचालन शुरू होने से रेलवे स्टेशनों पर अनारक्षित टिकट काउंटर भी खोल दिए गए हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 12 टिकट काउंटर खोले गए हैं। इसी तरह से अन्य बड़े स्टेशनों के साथ ही छोटे स्टेशनों पर भी टिकट काउंटर खोल दिए गए हैं। यात्री सिर्फ अनारक्षित टिकट लेकर ही सफर कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि सिर्फ एक्सप्रेस के तौर पर चलने वाली लोकल ट्रेनों के लिए ही अनारक्षित टिकट दिए जा रहे हैं। अन्य विशेष ट्रेनों में आनलाइन आरक्षित टिकट लेकर ही यात्री सफर कर सकते हैं। लोकल ट्रेन में फिलहाल मासिक सीजन पास (एमएसटी) मान्य नहीं है।