महाकुंभ 2025: वसंत पंचमी पर उमड़ा आस्था का सैलाब

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त्रिवेणी संगम में आस्था का महास्नान

महाकुंभ 2025 के तीसरे अमृत स्नान पर्व पर वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं, साधु-संतों और महामंडलेश्वरों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई और दान-पुण्य कर धर्म लाभ अर्जित किया। हर-हर गंगे, बम बम भोले और जय श्री राम के गगनभेदी जयघोष से कुंभ क्षेत्र गूंज उठा।

पहला स्नान: महानिर्वाणी अखाड़े की अगुवाई

सुबह 4:30 बजे सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़े के संतों ने त्रिवेणी में स्नान किया। इसके बाद पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी और फिर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े ने अमृत स्नान किया। जूना अखाड़े में नागा संन्यासियों की भारी फौज मौजूद रही। इस बार किन्नर अखाड़ा भी जूना अखाड़े के साथ स्नान में सम्मिलित हुआ।

श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा

श्रद्धालुओं की आस्था को सम्मानित करने के लिए प्रशासन की ओर से त्रिवेणी संगम पर पुष्प वर्षा कराई गई। उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार, सुबह 8 बजे तक 62.25 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके थे। 2 फरवरी तक यह संख्या 34.97 करोड़ को पार कर चुकी थी।

सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था

महाकुंभ में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने विशेष बैरिकेडिंग, मेडिकल कैंप और निगरानी ड्रोन तैनात किए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

अध्यात्म और संस्कृति का संगम

महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और परंपरा का अद्भुत संगम भी है। संत-महात्माओं के प्रवचन और भजन-कीर्तन से पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है

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