फिक्की फ्लो – एम्पॉवरिंग द ग्रेटर 50% द्वारा आयोजित उत्तराखंड एडवेंचर फेस्ट- 2021 का आगाज़, रविवार को हो गया है। दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के सहयोग से किया जा रहा है। फेस्ट की शुरुआत उत्तराखंड के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, सचिव उत्तराखंड पर्यटन और सीईओ यूटीडीबी दिलीप जावलकर, आईएफएस, पीसीसीएस और एचओएफएफ वन विभाग राजीव भर्तरी, फिक्की फ्लो – एम्पावरिंग द ग्रेटर 50% की राज्य संयोजक डॉ नेहा शर्मा और फिक्की फ्लो – एम्पावरिंग द ग्रेटर 50% के टूरिज्म विंग की स्टेट कंसल्टेंट किरन भट्ट टोडारिया द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
दर्शकों को संबोधित करते हुए, डॉ हरक सिंह रावत ने कहा, “हमारे राज्य उत्तराखंड में इस तरह के एक प्रमुख साहसिक उत्सव को आयोजित करने के लिए मैं फिक्की फ्लो – एम्पॉवरिंग द ग्रेटर 50% और उत्तराखंड पर्यटन विभाग को शुक्रियादा करता हूँ। पर्यटन क्षेत्र उत्तराखंड के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि हमारा राज्य वास्तव में सर्वोत्तम प्राकृतिक सुंदरता और संसाधनों से धन्य है। मैं समझता हूँ की हमारी देवभूमि पूरी दुनिया में सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में उभरने की क्षमता रखती है, और फिक्की जैसे संगठनों द्वारा इस तरह की पहल निश्चित रूप से उत्तराखंड को उस स्थान को हासिल करने में आवश्य मदद करेगी!”
डॉ हरक सिंह रावत ने उत्तराखंड में पर्वतारोहण संबंधी सेवाओं के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का भी उद्घाटन किया, जिसे वन विभाग और एनआईसी उत्तराखंड द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।इस अवसर के दौरान, फिक्की फ्लो – एम्पावरिंग द ग्रेटर 50% की राज्य संयोजक डॉ नेहा शर्मा ने कहा, “फिक्की को बहुप्रतीक्षित उत्तराखंड एडवेंचर फेस्ट 2021 की मेजबानी करने पर बहुत गर्व है। इस तरह के अनोखे एडवेंचर उत्सव के आयोजन के साथ हम उत्तराखंड में एडवेंचर परिदृश्य में बदलाव लाना चाहते हैं। राज्य में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा, हम अपनी देवभूमि को दुनिया भर में एक प्रमुख साहसिक राजधानी बनाने का भी लक्ष्य रखते हैं।”
कार्यक्रम की शुरुआत ‘फारेस्ट एंड वाइल्डलाइफ टूरिज्म’ विषय पर पैनल चर्चा के साथ हुई। इस अवसर पर वक्ताओं में आईएफएस, पीसीसीएस और एचओएफएफ वन विभाग राजीव भर्तरि, प्रकृतिवादी दक्षिण पूर्व एशिया रत्ना सिंह, राउंडग्लास सस्टेन की बिजनेस हेड नेहा डारा और पर्यावरणविद् प्रतीक पंवार मौजूद रहे। इस सत्र की मॉडरेटर ग्रीन एक्टिविस्ट इरा चौहान रहीं। इसके बाद बच्चों के लिए कई साहसिक गतिविधियों, प्रतियोगिताओं, और एक आउटडोर एजुकेशन कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए, फिक्की फ्लो – एम्पावरिंग द ग्रेटर 50% के टूरिज्म विंग की स्टेट कंसल्टेंट किरन भट्ट टोडारिया ने कहा, “आज उत्तराखंड एडवेंचर फेस्ट में बड़ी तादात में साहसिक उत्साही लोगों की भागीदारी देख हमारा लक्ष्य सफल रहा। विश्व पर्यटन दिवस को चिह्नित करने के लिए इस तरह के एक प्रतिष्ठित साहसिक उत्सव की मेजबानी करने से बेहतर पहल नहीं हो सकती थी।”
बाद में, ‘होमस्टे एंड रूरल टूरिज्म’ पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई, जिसमें निदेशक हिमालय आर्क मलिका विर्दी, संस्थापक गोट विलेज, कृषि पर्यटन रूपेश राय, संस्थापक विलेज वेज़ मनीषा पांडे, और इनिशीएटर वे सलाहकार वेस्ट वॉरीअर्ज़ कॉर्बेट प्रोजेक्ट मीनाक्षी पांडे वक्ताओं के रूप में मौजूद रहे। सत्र का संचालन संस्थापक बीटीडीटी लोकेश ओहरी द्वारा किया गया। उत्तराखंड एडवेंचर फेस्ट के पहले दिन कई स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने हिस्सा लिया। सीपीआर, प्राथमिक उपचार और टेंट पिचिंग से संबंधित विभिन्न सूचनात्मक कार्यशालाएं भी आयोजित की गईं।
दो दिवसीय साहसिक उत्सव के पहले दिन का समापन ‘यंग एडवेंचरर्स-मिलेनियल्स एंड करियर्स इन एडवेंचर’ पर एक पैनल चर्चा के साथ हुआ। इस सत्र के पैनलिस्ट प्रेरणा डांगी, अल्ट्रा-रनर और पर्वतारोही ज्योत्सना रावत, सुकृत गुप्ता, पर्वतारोही दीप साही और ट्रैवल ब्लॉगर शिव्या नाथ रहे। सत्र का संचालन कैंडिड इंडिया की संस्थापक दीपिका चौधरी ने किया। कार्यक्रम के दौरान लोगों ने हॉट एयर बैलून, बर्मा ब्रिज और रॉक वाल क्लाइम्बिंग का भरपूर लुत्फ़ उठाया। उत्तराखंड एडवेंचर फेस्ट 2021 आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य युवाओं को साहसिक खेलों के प्रति प्रोत्साहित करना और कोविड के बाद हमारे पर्यटन को बढ़ावा देना है। फेस्ट का प्रोडक्शन केएसएम फिल्म प्रोडक्शंस द्वारा किया जा रहा है।